Friday, December 30, 2016

सपने कैसे हकीकत में बदले जाएगें

    28  दिसम्बर 2016 को भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस (ई) के 132 वे स्थापना दिवस पर सभी कांग्रेसजन को श्री राहुल गांधी जी ने संबोधित किया था | उन्होंने याद दिलाया था कि संगठन के गौरव और गरिमा को बनाये रखने की असली जिम्मेदारी कार्यकर्ताओं पर है| आज कांग्रेस पार्टी अपनी गरिमा और स्तर को बनाये रखने के लिए जिस दौर से गुजर रही हैं उसमें सदस्यों के लिए ऐसे प्रबोधन अभियानों का महत्व और भी बढ़ जाता है| 
   किसी भी राजनीतिक दल के सदस्य की निष्ठा, जवाबदेही और वफ़ादारी केवल उसके दल तक ही सीमित नहीं होती है बल्कि संगठन के बाहर भी उसकी कुछ जिम्मेदारियां और दायित्व होते हैं| यदि कार्यकर्ता उन जिम्मेदारियों और दायित्वों को समझता हैं और उनका भली-भांति निर्वाह करता है तो इसमें कोई संदेह नहीं कि वह भी एक जागरूक नागरिक हैं| 
  लेकिन अब यह जरूरी हो गया है कि संगठन का प्रत्येक कार्यकर्ता संगठन की विचारधारा, नियमावली और प्राथमिक उद्देश्यों को भली-भांति समझ लें | हमारे बीच ऐसे बहुत से साथी है जो पहले से इन सब बातों से भली-भांति परिचित हैं | लेकिन जो साथी इन सब बातों से अब तक परिचित नहीं है उनके लिए यह अभियान मील का पत्थर साबित होगा और इसके बड़े व्यापक परिणाम होगें ।
   राज नगर में जागरूक नागरिक अभियान' कांग्रेस का निरंतर चलने वाला एक महत्वपूर्ण अभियान होगा जिसकी शुरुआत 1 जनवरी 2017 से की जाएगी। इस अभियान के तहत 18 से 35 साल के युवा नागरिकों (आम जन ) को महत्वपूर्ण और जनउपयोगी कार्यक्रमों में शामिल करके संगठन के गौरव, गरिमा और स्तर को पुन:स्थापित कर संगठन को शक्तिशाली बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
   इस अभियान का उद्देश्य  मासिक सम्मेलनों/बैठकों के माध्यम से संगठन के कार्यकर्ताओं ओर आम जन को संगठन की विचारधारा, नियमावली और प्राथमिक उद्देश्यों से भली-भांति परिचित कराकर, जिम्मेवार कार्यकर्ता और जागरूक नागरिक के रूप में तैयार करना है। इस अभियान में महिलाओं और युवाओं पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित किया गया है।
   सम्मेलनों में शामिल होने वाले कार्यकर्ताओं को बराबरी का स्थान और समान अवसर मिले इसके लिए कुछ शर्ते  निर्धारित की गयी है। इस अभियान की सारी चेष्ठा अब तक चली आ रही निर्भरता की परम्परां को तोड़कर सभी को यह अहसास कराने की है कि ऐसा बहुत कुछ है जिसे सभी पहले से जानते है लेकिन किसी  न किसी कारणवश भूले बैठे है। इन सम्मेलनों में ना तो कोई शिक्षक है और ना ही कोई शिष्य बल्कि सभी साथी ऐसे विचारक है जो लक्ष्यों के साथ साथ पद्धति पर भी विचार-विमर्श करने के लिए स्वेच्छा से एकत्रित होते है और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करते है।
जागरूक नागरिक अभियान के तहत आयोजित मासिक सम्मेलनों में भाग लेकर जो भी साथी संगठन से जुड़ रहे हैं, उन्हें इन सम्मेलनों/बैठकों की यादों को न सिर्फ संजोकर रखना है बल्कि उसे बढ़ाना भी है| यह एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है और पूर्ण विश्वास है कि सभी अपनी जिम्मेदारियों का निष्ठापूर्वक निर्वाह करेगें| संगठन के प्रत्येक कार्यकर्ता का जागरूक नागरिक के रूप में यह भी दायित्व है कि समाज के सभी वर्गों की समस्याओं और उम्मीदों को प्रभावी ढंग से संगठन के समक्ष रखें और उसकी यह भी यथासंभव कौशिश होनी चाहिए कि अधिक से अधिक साथी संगठन से जुड़ सके। 
प्रीति शर्मा 
पूर्व उपाध्यक्ष 
दिल्ली प्रदेश महिला कांग्रेस